60 साल की उम्र में सब्जी बेचकर जिन्दगी जीती इंदू देवी हैं सबके लिए मिसाल
- Seniors Adda
- Oct 6, 2024
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सचिवालय के सामने 40 सालों से सब्जी बेच रही हैं इंदू देवी
खुद का एकाउंट खुलवाया है उसमें ही सब्जी का ऑनलाइन पैसा लेती हैं
सविता। पटना
पटना के सचिवालय के सामने 60 वर्षीय इंदू देवी शान से सब्जी बेचती हैं। क्योंकि उन्होंने खुद को कभी थका-हारा नहीं माना। वह अपने बच्चों पर बोझ नहीं बनना चाहती हैं। इंदू देवी कहती हैं जब हाथ-पैर चल रहा है। कमाकर खा रही हूं। दो बेटे, बहू और पोता-पोती है। सब कमा खा रहे हैं। मुझे काम करने में कोई शर्म नहीं है। मैंने दो बेटों को सब्जी बेचकर ही बड़ा किया है।
इंदू देवी कहती हैं शादी के पांच साल बाद ही पति की मौत हो गई थी। उस समय छोटा बेटा मात्र ढाई साल का था। मैंने दूसरी शादी नहीं की। मैं माथे पर टोकरी लेकर पटना में घूम-घूमकर सब्जी बेचकर बच्चों को पढ़ाया लिखाया। सचिवालय के सामने भी पिछले 40 सालों से सब्जी बेच रही हैं। वह बताती हैं कि मीठापुर सब्जी मंडी से सब्जी लेकर आती हैं। हम हमेशा ऐसी सब्जियां रखते हैं जो बाहर अधिक नहीं मिलता है, इससे मेरे ग्राहक बने रहते हैं। लेकिन सचिवालय की छुट्टी रहने पर कम सब्जियां बिकती हैं। वह चाहती हैं कि उन्हें भी ठेला मिल जाए, जिसपर वह सब्जियां बेच सके। सबसे अच्छी बात यह है कि वह भी ऑनलाइन पैसा लेती हैं। वह कहती हैं कि कमाते हम हैं तो पैसे दूसरे खाते में क्यों डाले।

उनके बगल में रिंकू देवी भी मक्का और पानीफल
सिंघाड़ा बेचती हैं। रिंकू देवी की उम्र मुश्किल से 30 साल होगी,लेकिन रिंकू देवी का अपना एकाउंट तक नहीं है। वह अपने पति के एकाउंट में पैसा लेती हैं। वह बताती हैं कि घर संभालते हुए यहां भी काम करते हैं। लेकिन आर्थिक स्वावलंबन नहीं होना, उनकी आंखों में अफसोस दिख रहा था। वहीं इंदू देवी उम्र की उस सीमा में हैं जहां किसी न किसी के सहारे की जरूरत है। वह बिना रहनुमाई के शान जीती हैं। वह कहती है उम्र तो सिर्फ नम्बर है। इंदू उन महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं जो 50 पार करते-करते घर में बैठ जाती हैं सौ तरह की बीमारियों की आदि हो जाती हैं। इंदू देवी ने साबित कर दिया है कि बुढ़ापा वह वटवृक्ष है जो सबको छाया देती है। यह समाज आपको हर कदम पर रोकेगा,यह आप पर निर्भर है कि आप खुद को कैसे खड़ा करती हैं। माना यह सिर्फ सब्जी बेचती हैं। पर इनका योगदान किसी से कम नहीं है।
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