मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा की 10 हजार से अधिक महिलाएं सौर उद्यमी बनकर हो रही समृद्ध
- Seniors Adda
- Feb 24
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सौर उद्यमी बनकर महिलाएं हर महीने कमा रही 22 से 25 हजार रुपए
खुद के खेतों के साथ दूसरे के खेतों में पटवन करती हैं और धान, गेहूं के अलावे करती हैं सब्जियों की खेती
सविता। पटना
जीविका दीदियां सौर उद्यमी बनकर आर्थिक रूप से सबल बन रही हैं। सौर उद्यमी के तौर पर महिलाएं खेत में बोरिंग कर सोलर पंपसेट लगवाती हैं। सोलर पंपसेट से खुद के साथ दूसरे के खेतों में पटवन करती है। एक दिन में पांच से छह घंटे तक दूसरे किसानों के खेतों खेत का पटवन करती है। एक घंटे पटवन करने पर 100रुपए कमाई होती है। इस तरह एक दिन में 500 से 600 रुपए की कमाई हो जाती है। इससे गांवों में महिलाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुले है और पलायन भी रुका है।

जीविका से मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर, वैशाली और दरभंगा की ऐसी 10 हजार महिलाएं सौर उद्यमी बन गई हैं। मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 5000 सौर उद्यमी महिलाएं बनी है। इससे खेत की सिंचाई कर हर महीने 22 से 25 हजार रुपए कमा रही हैं।
सोलर पंपसेट से फसल चक्र भी बदल रही महिलाएं
जीविका दीदियां गांवों में सोलर पंपसेट लगाकर फसलचक्र बदल रही हैं। मुजफ्फरपुर के भगवानपुर की सुनीता देवी एक साल से सोलर पंपसेट चला रही है। वह कहती है कि पहले मैं घर से नहीं निकलती थी। जीविका से जुड़े तो उद्यमी बनने का सपना देखे। पहले सिर्फ मक्का और गेहूं की खेती होती थी। क्योंकि सालों भर खेत में पानी नहीं रहता था। अब सब्जियों की खेती करते हैं। जब सोलर पंपसेट के लिए लोन मिल रहा था तो मैं भी आवेदन कर दी। मक्का और गेहूं के साथ सालों भर सब्जियों की खेती करते हैं। इससे हर दिन की कमाई भी हो जाती है। वैशाली की रीना देवी कहती हैं कि वह सोलर पंपसेट से सब्जियों की जैविक खेती कर रही हैं।
एक घंटे खेत की सिंचाई पर 100 रुपए की आमदनी
मुजफ्फरपुर के सैफुउद्दीनपुर के आशियना जीविका समूह की अनु देवी बताती हैं कि सौर ऊर्जा से ही उनका घर चल रहा है। उनके पास कमाई का कोई दूसरा साधन नहीं है। पहले पति मनीष कुमार छोटे-मोटे काम करते थे, लेकिन जब से ऑनलाइन सिस्टम आया है। काम छूट गया। वह बताती है कि सोलर पंपसेट के बारे में जानकारी मिली। समूह के माध्यम से सोलर पंपसेट खरीदी। सोलर पंपसेट के लिए आगा खां फाउंडेशन से दो लाख 65 हजार रुपए की मदद मिली बाकी पैसे बैंक से लोन मिल गए। वह बताती है कि हर दिन 5 से 6 घंटे मोटर चलाते हैं। इससे छह सौ रुपए कमा लेते हैं।
जलवायु परिवर्तन से लड़ रही हैं महिलाएं
महिलाएं सौर उद्यमी बनकर अपनी अलग पहचान बना रही हैं। इससे काम के लिए उन्हें गांव से बाहर नहीं निकलना पड़ता है। राज्य में सिंचाई की समस्या के कारण फसलों की अच्छी उत्पादकता नहीं होती है। फसलों को निरंतर सिंचाई की जरूरत होती है। सोलर पंपसेट से पटवन करने से निरंतर पौधों को पानी मिलते रहता है। इससे जलवायु परिवर्तन से भी लड़ रही हैं। सौर उद्यमी बनाने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उत्तर बिहार के अलावे जिन इलाकों में सिंचाई की समस्या है। उन जिलों का चयन कर सोलर पंपसेट लगाने का क्षेत्र भी बढ़ाया जाएगा।
हिमांशु शर्मा, सीईओ, जीविका
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